जहां आज ओटीटी प्लेटफॉर्म पर कई जबरदस्त फिल्में आप घर बैठे देख सकते हैं, वहीं 80-90 के दशक में कई बड़ी फिल्मों को सिनेमाघरों में देखने के लिए लोग तरस जाया करते थे. साल 1988 में भी गोविंदा संजय दत्त और मिथुन चक्रवर्ती की एक ऐसी फिल्म ने दस्तक दी थी, जिसके टिकट मिलना भी लोगों के लिए मुश्किल हो गया था. उस फिल्म का नाम है ‘जीते हैं शान से’.